साधु भाई उमर का दिन थोड़ा भजन लिरिक्स

साधु भाई भजन लिरिक्स जीवन की अस्थायी प्रकृति और मोक्ष प्राप्ति के मार्ग को दर्शाता सतगुरु का संदेश

भजन – साधो भाई उमर का दिन थोड़ा।भया प्रभात भजन कर बंदा,मत कर याद मरयोड़ा।।टेर।। मृत्यु लोक मुसाफिर खाना,भूलगा कोल करयोड़ा।जन्म मरण का लेखा जोखा,सबके लार लाज्ञोड़ा।।1।। साधो भाई उमर का दिन थोड़ा… राई घटे बढ़े नहीं तिल भर,पड़े कर्म का फोड़ा।करगा काल कलेवा सबका,रहा न किस का जोड़ा।।2।। साधो भाई उमर का दिन थोड़ा… […]

आत्म ज्ञान भये जिस घट में, वो निज भजन लिरिक्स

आत्म ज्ञान भये जिस घट में - रामवक्ष जी महाराज के भजन के प्रेरणादायक लिरिक्स

श्लोक – साधु आवत देखियो रे,सती निवायो शीश।साधु मुख से बोलिया रे,तेरा अमर चूड़ा बक्शीश।। पति हमारा चल गया,मैं चलने को तैयार।साधु तेरे वचन का,अब क्या होसी हवाल।। तुलसी मुआ मंगाविया,मस्तक धरियो हाथ।मैं कुछ जाणूं नहीं,तुम जानो रघुनाथ।। भजन – आत्म ज्ञान भये जिस घट में,वो निज पद में डट चूका।आशा तृष्णा मान बड़ाई,सब झगड़ों […]

भारत में फैली, दारु की बदबोय भजन लिरिक्स

भारत में फैली, दारु की बदबू - रामवक्ष जी महाराज के भजन के आध्यात्मिक लिरिक्स

दोहा – दारु पीना है बुरा, महापाप का मूल। दुःख छूटे अक्ल घटे, रहे ढीला स्थूल।। जाल सब उल्टा गूंथे, मार्ग में पड़ जाय। मुख में कुकरां मूते, यादव कुल का नाश। बड़ा था मारु, ‘रामवक्ष’ गुणी कहे, त्यागो बिल्कुल दारु।। भजन – भारत में फैली, दारु की बदबोय।।टेर।। नशाबाज नादान अनाड़ी, खावे पैजारों की […]

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