जगत है स्वपने की सी बात भजन लिरिक्स

श्लोक – दुनियाँ में सब मिलत है, कर्मों के अनुसार। राई घटे न तिल बढ़े, यह हैं खास विचार।। यह हैं खास विचार, करे फल जैसा पावे। मूरख मूढ़ अजान, देख मन को ललचावे।। भरे अटूट भण्डार, कमी है क्या गुनियाँ में। ‘रामवक्ष’ कर मौज, भोज ज्यूँ इस दुनियाँ में।। भजन – जगत है स्वपने […]
भक्ति से भगवान भक्त के भजन लिरिक्स

भजन – भक्ति से भगवान भक्त के, वश में हो गये आ कर के। लूखे टुकड़े सूखे तन्दुल, तृप्त हो गये खा करके।।टेर।। भील सुता बदरी फल लाती, जंगल में जा जा कर के। दशन लगाकर चाख लिये, यह भेंट चढ़ास्यूँ ठाकर के।।1।। भक्ति से भगवान भक्त के… नरसी भगत जगत में नामी, कीर्ति करते […]