साधो भाई सतगुरु भेद बताया कर भजन लिरिक्स

दोहा – पद पद में सम्पत्ति मिले,होत विपति का नाश।जिन सज्जनों के चित्त में,परोपकार प्रकाश।।परोपकार प्रकाश,तिरे कुल अपना त्यारे।एक बिंदी एक,नरक से स्वर्ग सिधारे।। मनुष जन्म की सफर,फेर आसी कद कद में।‘रामवक्ष’ हरि भक्त,भरी कीर्ति पद पद में।। भजन – कर सोझी खोजी से मिलिया,मौजी मन ठहराया।।टेर।। सूता जीव अज्ञान दिशा में,सतगुरु आन जगाया।कागा कर्म […]