भारत में फैली, दारु की बदबोय भजन लिरिक्स

भारत में फैली, दारु की बदबू - रामवक्ष जी महाराज के भजन के आध्यात्मिक लिरिक्स
दोहा – दारु पीना है बुरा, महापाप का मूल। दुःख छूटे अक्ल घटे, रहे ढीला स्थूल।। जाल सब उल्टा गूंथे, ...
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