कलह कल्पना दुतिया भागे तुरन्त भजन लिरिक्स

दोहा – आज कहे मैं कल करुं, कल कहे मैं कल। आज काल के बीच में, तेरी समय जायेगी चल।। कहे दास सगराम, दरगड़े घालो घोड़ा। राम राम कर रात-दिन, बाकी दिन रहिया है थोड़ा।। थोड़ा दिन बाकी रहिया, कद पूगो ला ठेठ। अध बीच ले पासे रहिया, किनके पड़ स्यो पेट।। किनके पड़ स्यो […]