हंसा छोड़ चल्यो अधराती अंत समय भजन लिरिक्स

हंसा छोड़ चल्यो अधराती - रामवक्ष जी महाराज के भजन के गहरे अध्यात्मिक लिरिक्स
दोहा – नर से घणा गुणवान,धरण पर देखो तरवर।करे पराया मान,अचल रहे जैसे गिरवर।। फल देवे छाया करे,लकड़ी आवे काम।मानुष ...
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