क्या जाने इसे ढपोल रे, पद पिंगल का भजन लिरिक्स

कांई जाने ढपोल पद पिंगल का बांका भंवरलाल भजनी धनकोली के भजन
श्लोक – राग व द्वेष असीमता,अविद्या अवनि वेश।सच्चिदानंद ब्रह्म है,जीव में पंच क्लेश।। जीव में पंच क्लेश,भरे है घट घट ...
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