सुनो तुम कान लगा के, भारत की भजन लिरिक्स

सुनो तुम कान लगा के - रामवक्ष जी महाराज के भजन के प्रेरणादायक लिरिक्स

श्लोक – जननी जन के क्या किया, भार सहा नव मास।।भार सहा नव मास, सुघड़ नर सोना जैसा। घिस पिट कट तप रहा, फेर वैसा का वैसा।। ‘रामवक्ष’ इस लोक में, रहणी मोटा ज्ञान। देवों में सब से सिरे, करें ज्ञान का दान।। भजन – सुनो तुम कान लगा के, भारत की संतान।।टेर।। विद्या पढ़ो […]

मानुष है सो मानुष है, हाँ इस में भजन लिरिक्स

मानुष है सो मानुष है - रामवक्ष जी महाराज के भजन के प्रेरणादायक लिरिक्स

श्लोक – तप कर सब ब्राह्मण भये,कहैं अगस्त्य मुनि कुम्भार।वर्ण शंकर माडव्य ऋषि,कहै निगम लककार।। कहै निगम ललकार,नारद शूद्रि तन जाया।आ गणिका के गर्भ,विशष्ठ जो गुरु कहाया।। कुल हीन भये प्रबीण,राम को उलटा जप कर।वाल्मीकी था भील,व्यास ब्राह्मण भये तपकार।। भजन – मानुष है सो मानुष है,हाँ इस में किसकी जाती है।जिसके चित्त में ऊँच […]

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