सुनो तुम कान लगा के, भारत की भजन लिरिक्स

श्लोक – जननी जन के क्या किया, भार सहा नव मास।।भार सहा नव मास, सुघड़ नर सोना जैसा। घिस पिट ...
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मानुष है सो मानुष है, हाँ इस में भजन लिरिक्स

श्लोक – तप कर सब ब्राह्मण भये,कहैं अगस्त्य मुनि कुम्भार।वर्ण शंकर माडव्य ऋषि,कहै निगम लककार।। कहै निगम ललकार,नारद शूद्रि तन ...
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