कलह कल्पना दुतिया भागे तुरन्त भजन लिरिक्स

दोहा – आज कहे मैं कल करुं, कल कहे मैं कल। आज काल के बीच में, तेरी समय जायेगी चल।। ...
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करले राम भजन से हेत मूरख भजन लिरिक्स

दोहा – ओम अक्षर ब्रह्म है,अगमन निगम दो साख।कर्म उपासन ज्ञान में,गावे श्रुतियां लाख।।गावे श्रुतियां लाख,शास्त्र पुराण जो सारा।वाणि अनन्त ...
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