साधो भाई घट में घड़ी लगाई स्वांस भजन लिरिक्स

दोहा – तन से मन से वचन से,दस दोषां ने टाल।कर्म कटे दुर्मति मिटे,घात करें न काल।।घात करें न काल,चाल सतगुरु के शरणा।धर्म जहाज में बैठ,जगत से पार उतरणा।जैसे पृथ्वी बीज फलित,होये धन से।‘रामवक्ष’ हरि भगत,काम शुद्ध करजा इस तन से।। भजन – साधो भाई घट में घड़ी लगाई।स्वांस म स्वांस खटा खट बोले,खोल बात […]
बेजो म्हारो, रणुकार में चाले हेत भजन लिरिक्स

दोहा – दुनियाँ में सब मिलत है, कर्मों के अनुसार। राई घटे न तिल बढ़े, यह है खास विचार।। यह हैं खास विचार, करे जैसा फल पावे। मूरख मूढ़ अजान, देख मन को ललचावे।। भरे अटूट भण्डार, कमी है क्या दुनियाँ में। ‘रामवक्ष’ कर मौज, भोज ज्यूँ इस दुनियाँ में।। भजन – बेजो म्हारो, रणुकार […]
साधु भाई कर स्मरण गणपत का भजन लिरिक्स

दोहा – शब्द प्रकाश सब से सहि, अनुभव का परमाण। वेद शास्त्र अरु ग्रंथ जिम, अष्टा दश हि पुराण।।1।। स्वांसो में सोहँ शब्द, सोहँ से ओंकार। ‘रामवक्ष’ ओमकार में, तत्त्व रकार मकार।।2।। भजन – साधु भाई कर स्मरण गणपत का। सुमरिया विघ्न मिटे सब मनकी, रखो नियम जत सत का।।टेर।। माता शारदा सुधि बताओ, अक्षर […]